निन्ना रानी
निन्ना रानी आओ,
सपनों को संग लाओ.
बुला रही है गुडिया,
आकर उसे सुलाओ.
गर्मी बहुत सताती,
रह रह कर जमुहाती.
आँखे भारी-भारी,
फिर भी नींद न आती.
आओ जल्दी आओ,
देरी नहीं लगाओ.
परियों से मिलवाओ,
मीठी लोरी गाओ.
जन्म : १० सितम्बर,1936 , बिसवां, सीतापुर
शिक्षा : एम्. ए.(हिंदी),
प्रकाशित कृतियाँ :
जागो भैया, डाक्टर बाबा,खेलें खेल,करनी ठीक रखो, गुडिया हो गयी सयानी
आदि बच्चों की कविता पुस्तकें
आर. एम्. पी. जी. कालेज , सीतापुर में हिंदी विभाग के अध्यक्ष रहे.
हिंदी सभा के माध्यम से बाल साहित्य को लेकर कई आयोजन किए.
सीतापुर में आकस्मिक निधन
बहुत खूब !!
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारी लोरी
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढि़या।
जवाब देंहटाएंकल 09/11/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है।
धन्यवाद!
बहुत ही प्यारी बाल कविता।
जवाब देंहटाएंसादर
Sundar Rachna
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